अपने ही जैसे तेज़ गेंदबाज़ को भारतीय क्रिकेट टीम के तीनों फॉर्मेट खेलता देखना चाहते हैं ऑस्ट्रेलियाई पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ब्रेट ली!

एक भारतीय युवा तेज़ गेंदबाज़ को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई वनडे सीरीज में मौका न दिए जाने के बाद ऑस्ट्रेलियाई पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ब्रेट ली ने भारतीय टीम मैनेजमेंट से अपने ही जैसे इस होनहार तेज़ गेंदबाज़ को भारतीय क्रिकेट टीम के तीनों फॉर्मेट खिलाने की की मांग।

हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई 3 मैचों की वनडे सीरीज में भारत को 1 – 2 से हार का सामना करना पड़ा हैं। इन तीनों मैचों में भारत के अब तक के सबसे तेज़ गेंदबाज़ उमरान मालिक को मौका नहीं दिया गया। पहले 2 मैचों के बाद सीरीज 1 – 1 की बराबरी पर थी तब ही ऑस्ट्रेलियाई पूर्व तेज़ गेंदबाज़ ब्रेट ली ने भारतीय टीम मैनेजमेंट की ये कह कर आलोचना कर दी थी की उमरान को हर दूसरे मैच में आराम न दिया जाये बल्कि उसे ज़्यादा से ज़्यादा मैच खिलाएं जाये।

ब्रेट ली ने युवा तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक पर क्या कहा?

टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए ब्रेट ने कहा, ‘उमरान मलिक शानदार गेंदबाज हैं। वह एक विशेष प्रतिभा है। अगर उनके कार्यभार का ठीक से ध्यान रखा जाए तो वह चमत्कार करेंगे।’ आगे ली ने बताया, ‘उसे सही ढंग से प्रबंधित करने का सबसे अच्छा तरीका है कि उसे गेंदबाजी करने की अनुमति दी जाए, उसे जितने संभव हो उतने गेम दिए जाएं, हर दूसरे गेम में उसे आराम न दिया जाए। बस उसे ज्यादा जिम न जाने दें और वो भारी वजन न उठाएं। उसे जिम में हल्का मसल मास करना चाहिए जो उसके लिए जरूरी है। उसे अपनी स्प्रिंटिंग पर काम करना चाहिए और जाहिर तौर पर अपने कोर को मजबूत करना चाहिए।’

अपने ज़माने में ब्रेट ली लगातार 150 किलो मीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से गेंदबाज़ी करने के लिए जाने जाते थे और उमरान मालिक भी उसी श्रेणी के गेंदबाज़ों में से हैं। उमरान के पक्ष में ब्रेट ने कोई पहली दफा ऐसी बात नहीं कही। इससे पहले टी 20 वर्ल्ड कप 2022 के लिए जब उमरान को टीम इंडिया में शामिल नहीं किया गया था तब भी उन्होंने कहा था की उमराम को टीम में शामिल किया जाना चाहिए था। मानो उमरान के अंदर ब्रेट ली अपने आप को देखते हो, शायद इसिलिए डरते हैं की कहीं ये बेहतरीन टैलेंट वेस्ट न हो जाये।

ऑस्ट्रेलिया से पहले भारत दौरे पर आई श्रीलंका और नूज़ीलैंड टीम के खिलाफ वनडे सीरीज में उमरान को मौके दिए गए थे जिसमे उन्होंने अपनी रफ़्तार का सही इस्तेमाल कर कई विकेट चटकाए जिससे विरोधी टीमों के हौसले पस्त हो गए थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई इस वनडे सीरीज में उमरान को मौका मिलता तो शायद परिणाम कुछ और होता क्यूंकि सिर्फ मलिक जैसे तेज़ गेंदबाज़ अपनी रफ़्तार के दम पर बल्लेबाज़ों को डरा पाते हैं जिससे बाकि गेंदबाज़ों के लिए विरोधी टीम पर हावी होना आसान हो जाता है।

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