डकवर्थ लुईस नियम से सीएसके को फाइनल में इस तरह हुआ था फायदा, ऑल आउट होने का डर हो गया था खत्म!
आईपीएल 2023 के फाइनल में डकवर्थ लुईस नियम के लागू होने से सीएसके टीम को सिर्फ 15 ओवरों में पूरे 10 बल्लेबाजों की बल्लेबाजी का फायदा मिला था, जिससे ऑल आउट होने का डर हो गया था खत्म।
ओवर कम हो और बल्लेबाजी क्रम पूरा 10 विकेट से भरा हो तो बल्लेबाजी करने वाली टीम को फायदा तो होता ही है। आईपीएल 2023 के फाइनल में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब बारिश के कारण डकवर्थ लुईस नियम को लागू किया गया जिसके चलते दूसरी पारी में सीएसके के ओवर कम कर दिए गए लेकिन उन्हें 10 विकेट्स का पूरा लाभ लेने को मिला।
ज्यादा ओवरों का मैच हो तो एक एक विकेट की अहमियत बढ़ जाती है मिसाल के तौर पर टी20 मैचों की तुलना में टेस्ट मैचों में विकेट बचाना इतना महत्वपूर्ण होता है की रनों की रफ्तार कम कर दी जाती है। फाइनल मैच में सीएसके की पारी के आखरी ओवरों पर अगर नजर डालें तो पता चलता है की लगातार विकेट गिरने पर भी उन्हें कोई फरक नही पढ़ रहा था। आखिर में आने वाले बल्लेबाजों को सिर्फ 2 3 लंबी लंबी हिट लगाना था, गेम वहीं चेंज होता गया।
मिडल ऑर्डर में आने वाले सभी बल्लेबाजों का अपना काम पता था और पता हो भी क्यों न जब आपके पास एमएस धोनी जैसा कप्तान हो, ऐसे छूटे मोटे गणित तो उन्होंने अपनी टीम के साथ साझा किए ही होंगे। अंबाती रायुडू, अजिंक्या रहाने, रविंद्र जडेजा दुबे सभी ने अपने काम को बखूबी अंजाम भी दिया और नतीजनापके सामने है।
डकवर्थ लुईस मैथड को अपडेट करने की जरूरत
आप जानते होंगे की समय समय पर डकवर्थ लुईस के नियमों पर सवाल उठते रहे हैं। आईपीएल 2023 के फाइनल में डकवर्थ लुईस के अनुसार किए गए इन समीकरणों से लगता है कि अब इस मैथड को अपडेट कर देना चाहिए ताकि विपक्षी टीम या कोई विशेषज्ञ इस तरीके पर सवाल न उठा सके।
आरिफ बराने, एक जुनूनी क्रिकेट प्रेमी, क्रिकेट नगरी के संस्थापक, लेखक और संचालक हैं। वह एक क्रिकेट मीडिया विशेषज्ञ हैं, जिन्हें मैच विश्लेषण और खिलाड़ियों की प्रोफाइल से लेकर ऐतिहासिक क्षणों और टूर्नामेंटों तक सभी की गहन कवरेज का व्यापक अनुभव है।